हिंदी गे स्टोरी दो मर्दों के बीच ज़ोरदार चुदाई की

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हिंदी गे स्टोरी: नमस्कार दोस्तो, मैं एक बोटम बरोडा से हू। मेरी पहलीबार की सेक्स कहनी कइ साल पहले प्रकाशित हुई थी। यह मेरी सच्ची घटना पर आधारित कहानी है जो मेरे साथ इस शनिवार रात को घटी।

मेरी उम्र 36 साल है और में खुशी खुशी लंड लेता हुं बस देनेवाला दमदार चाहिए। वेशे मे एक कामसे वलसाड गया था और रविवार शाम तक वापस लौट आनेका विचार था चूकी काम शनिवार सुबह मे हि खत्म हुआ और रुकने कि कोई वजह नहि थी मे वहासे निकल गया।

घरवालोको सरप्राइज देने का सोचा था पर बरोडा पहुंच कर पता चला आज कुछ खास होने वाला है।हुआ ये के मुजे बरोडा आने मे देर हो गई और रात के करीब 11 बजे थे कुछ मील नहि रहा था । करीब आधे घंटे बाद एक सेल्समैन टाइप का 30 साल के आसपास का बंदा बाईकसे आता दिखा।

मे गांडू हू पर रास्ते पर रखडती रांड नहि, मेने उसे लिफ्ट के लिए हाथ किया। उसने बाईक रोकी नहि ओर सीधा निकल गया। मुझे थोडा गुस्सा आया पर करीब 10 मिनट बाद वहि लडका सामने से मेरे पास आया , बाईक रोकी ओर कहा जाना है , वह पूछा।मेरे उसे बताया तो उसने कहा मुझे जाना तो कही ओर था पर अब लगता है तुम्हारे साथ चला जाऊ।

मै सोच रहा था आधी रात मे इतना मेहरबान कोई क्यु होगा फिर भी मुझे घर पहुंचने की जल्दी थी तो मै उसके बाईक पे बैठकर निकल पडे। थोडा आगे निकले तो हल्की हल्कीसी ठंड लगने लगी तो उसने मै चाहे तो उसे करके पकडलु ताकी दोनों को कम ठंड लगे। मैने तुरंत वहीं किया तो वो बोला “ सिर्फ बोलने कि राह देख रहे थे क्या? “

मैने कहा “ देख हिरो, ठंड तो लग रही है और तेरे जैसा होट एन्ड हेन्डसम लडका सामनेसे हग करनेका कहे तो कोई मना क्यु करे।“ तो उसने कहा ,” वैसे मेरा नाम इमरान है और हा तारीफ के लिए शुक्रिया। पर ऐसा तुम मानते हो बाकि सचमे मैं हेन्डसम होता तो अभी कुछ ओर कर रहा होता।“

मैंने इस बातका मतलब पूछा तो उसने कहा कि वो जब मैंने उसे हाथ किया था तब एक जगह सेक्स डेट पर जा रहा था। लेकिन उसने मुझे देख कर रिजेक्ट कर दिया तो मैं वापस आया तुम्हे फिर से देखा तो सोचा चलो अब इनकी मदद ही करले। मुझे हसी आई और मैने कहा के वो पागल ही होगी के तुम्हे रिजेक्ट किया।

तो वो बोला होगी नहि होगा। मैने पूछा मतलब तो वो बोला के वो एक बोटम गांडू को चोदने गया था। मैने कहा किधर चोदने वाला था रास्ते पर? तो उसने कहा नहि , उसे वो अपने घर ले जानेवाला था। तो तुरंत ही मैंने बोल दिया , देख मैं भी बोटम ही हु ओर अगर तेरे पास जगह है तो तु चाहे तो मै आने को रेडी हूं। वो खुश हो गया बोला , क्या बात है, पर क्या तुम रात भर रुकोगे?

मैने कहा , क्या तुम रात भर चोदोगे। तो वो बोला, मै तो फाड़कर रख दुंगा बस तुम चिल्लाना मत। ओर फिर बाईक उसके घरकी ओर ले ली। 10 मिनट मे हम उसके रूममे थे। ओर वो जल्दी जल्दी अपने कपडे निकालने लगा। सायद ज्यादा गर्मी चढ गई थी। पर अंडरवियर नहि निकाला। मुझे क्या था, पता था अभी नहि तो थोडी देर बाद निकालना हि पडेगा ।

वो मुझे पागलोंकी तरह किस करने लगा, मुझे लगा ये मेरे होठ चबा जायेगा। 10 मिनट बाद वो उठा ओर लाइट्स ओफ करदि। वेसे भी उसकी जरुरत नहि थी। हम फिर से किसिंग करने लगे और इरान मेरे कपडे निकालने लगा।मुझे पूरा नंगा कर दिया फिर पूछने लगा ,” कैसा लग रहा है?” मैने कहा अभी तक ऐसा क्या खास हुआ है कि मैं कुछ बताऊ।

फिलहाल तो बस तेरे होठो का जोस देखा है, पता है ना असली मजा कहा होता है। बस फिर क्या था उसने कहा ,” ठिक हे फिर अब तु देखता जा, अब मैं सीधा कल सुबह हि तुमसे पूछूंगा के केसाथ रहा। “ हम फिर किस करने लगे ओर फिर 5 मिनट मे उसने अपने लंडको आजाद किया और सिधा मेरे मुंह मे डाल दिया।

अंधेरा था पर मुझे लडकी साईस बराबर समज आ गई, और ये भी के अगर रातभर रुका तो सुबह तक गांडका भोसडा बनजाना तय था।करीब नौ ईंच लंबा और काफी मोटा लंड था। काफिर अच्छे से चुसनेके बाद मैने उसे सामने कहा, “क्या यार इमरान अब सकिंग हि करवाऐगा या असली काम भी शुरु करेगा।“

तो उसने कहा, “मेरी आदत है जब तक लेने वाला मांगता नहि मैं उसे देता नहि, अब तुमने मांग लिया है तो आगे जो भी हो तुम्हारी जिम्मेदारी ।“ फिर उसने मुझे सीधा सुलाकर मेरे पैरो को खोलके बीचमे आ गया, और उस रात के अपने आखरी शब्द बोले, “थोडा ददॅ हो तो सहन कर लेना पर चिल्लाना मत।“

बस क्या था फिर थोडी मेहनत उसे हुई थोडा ददॅ मुझे हुआ पर करीब दस मिनट बाद दोनो ऐसे नसेमें खो गये के क्या कहे। कम से कम आधे घंटे तक मेरी गांडका जो हाल किया और आखिरकार अपना ढेर सारा रस मेरी गांड मे भर दिया। बंदे मे असली मर्दवादी दम था।

मुझे लगा खेल खत्म हो गया वो कुछ बोल हि नहि रहा था, बस हांफ रहा था तो में उसका रस मेरी गांड में लिए पलटकर सोने लगा। दोनो नंगे बदन पडे थे। धीरे धीरे निंद आने लगी, वैसे भी दिनभर की थकान थी। पर मुझे क्या पता था अभी तो बस शुरुआत हुई थी।

करीब पंद्रह मिनट भी नहि हुऐ थे और वो अपना टाईट लंड लेके रेडी था, सीधा गांडमें घुसाने लगा, इमरानके खुदके मालसे गांड गिली तो थी ही, उपरसे उसने थोडी देर पेहले जमकर चुदाई पूरी की थी, तो साईड में पडे पडे लंड को गांड मे घुमाने में कोई खास दिक्कत नहि हुई।

थोडी देर ऐसेही चुदाई चली बाद मे वो मेरे ऊपर आ गया, और फिर से पूरे मर्दाना जोशमें चुदाई चालु हो गई, में खुश था क्युं की लंबे अरसे बाद ऐसी जानदार और गांडफाडू चुदाई मील रही थी।

फिर से वही आधे घंटे के करीब चोदने के बाद माल गांड मे भर दिया। दुगना मजा और हसीन जवानी का नशा, यह अनुभव वहि समज शकता है जो किसी के नीचे दबके अच्छेसे चुदा हो।

खेर एक ओर बार मुझे लगा सायद अब थोडी देर सोना नसीब होगा, पर वह तो कुछ और सोचकर मेरे उपर हि लेटा पडा था, उसका सिकुड चुका लंड अभी भी मेरी बेचारी गांडमे घुसा हुआ था। अच्छा तो मुझे भी बहुत लग रहा था, मैं सोच रहा था सो लेने दे थोडी देर, इतने जानदार दो दो सोट मारने बाद अब उसे भी थोडा आराम चाहिए।

मुझे तो पूरे बदनपे मसाज मिल रहा था, एक लंबी चुदाई के बाद ये ऐहसास काफी अच्छा सुकून देता हे। हां , तो रात के करीब ढाई बजनेको आप थे, मैं इमरानका लंड अपनी गांड में लेके दबा पडा था।

कुछ देर बाद उसने अपना मोबाइल चालु किया, कुछ नेट पर यहा वहा का सर्फिंग किया, और आखिरकार गे पोनॅ देखने लगा, कुछ टाईम लगा पर उसका लंड मेरी गांड मे हरकत करने लगा, मुझे अंदर तक उसका नौ ईंची हथियार फिर से तैयार लगा।

अब वो भी लंड अंदर बहार करने लगा था, पर अब मुझे इस तरह चुदना अच्छा नहि लग रहा था। सच बताऊ साला रंडियो वाला फिलिंग आ रहा था,तीसरा सोट मार रहा था पर ना कोई बात या ना कोई एहसास। इस लिए मैने ऊससे कहा, “क्या यार ईमरान, आह, तीसरा सोट मार रहा है, अगर कुछ बोलना नहि चाहता तो कोई बात नहि पर जरा मुझे भी मजा आऐ ऐसे करररररररर।

ये तो ऐसा लग रहा है जैसे, ”मैं अपनी बात खत्म करु उससे पहले तो इमरानने अपना लंड निकाल लिया, मुझे सिधा लिटाके दोनो पैर खोले, ओर एक हि बार मै लौटा फिर से गांड की गहराई मे खो गया, वो हल्की रोशनी मे मुझे देखकर मुस्कान दे रहा था, जैसे हि मैं थोडा हंसा वो मेरे उपर आके हल्के हल्के किस करने लगा, अभी एसा लग रहा था मानो उसे कोई जल्दी नहि है।

वो मेरे होठ चुस रहा था, मेरे मम्मोको दबा रहा था और लंड तो ऐंजिन में पिस्टन की तरह आगे पिछे हो रहा था, कुल मिलाकर ऐसा लग रहा था मानो पति पत्नी या दो प्यार करनेवाले एक दूसरे मे खो गये हो।

करीब करीब चार बजे उसका माल गिरा और तब जाकर आखिरकार मुझे निंद नसीब हुई, एक सुकून भरी निंद।

सुबह उठे तो नौ बज चुके थे, दोनो नंगे, ठंड के कारण एक दुसरेको लिपटकर सोए हुए है। पहले मेरी निंद खुली, वैसे भी रातभर मेहनती उसने ही की थी, तो वो अभी सो रहा था। मुझे तो वो सोते हुए बच्चे जेसा लगा, एकदम क्युट सा बच्चा।

लेकिन फिर याद आया के ईसी क्युट बच्चे ने कल रात भर मेरी गांड चोद चोद कर उसका भोसडा बना दिया है, अभी सायद तीन चार दिन तक मैं किसी ओरका लंड भी नहि ले पाउंगा।

मैं धीरे से ऊठा और वोशरुम जाके आया और अपने कपडे ढूंढकर पहनने लगा,मैने रेडी होकर उसे उठाया,वो हंसते हुए उठा और बोला “गुड मोर्निंग, रेडी भी हो गये, ज्यादा जल्दी ही जानेकी? थोडी देर रुको मैं तुम्हे छोडने आता हूं”।

हिंदी गे स्टोरी एक ज़ोरदार चुदाई की

ज्यादा नहि पर एक रात का तो हसीन साथ था। बस उस प्यार भरे मैं मान गया, हमने थोडी देर बैठकर बाते की, फिर वो उठा और तैयार होने लगा, बस शटॅ पहनना बाकि था कि पता नहि उसे क्या हुआ मेरे पास आया, मुझे कसके हग किया और फिर बोला “ अब बताओ कैसी रही रात,मजा आया ?”

मैंने कहा “अगर मजा नहि आया होता तो अभी यहा होता क्या ? कल्की रात मुझे जिंदगीभर याद रहेगी। तुम सचमें मजे लेना और देना जानते हो”। और इस बात पर इमरानने कातिल मुस्कान देके जबरदस्त लिपकिस दि। और एक आखरीबार दोनो बदन एक हो गये, रविवार कि सुबह हमने जमके सेलिब्रेट कि।

रातभर चुदके मेरी गांड उसके लडके हिसाब से खुल गई थी।इस लिए लास्ट राउंड बहुत मजेदार, प्यार भरा और अग्रेसिव रहा, दोनो ने एक दूसरे को जमके मजा दिया और बाद मे इमरान खुद मुझे अपने घर छोडने आया।

तो ये थी मेरी हसीन शनिवार की रातकी सच्ची कहानी, आशा है आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आई होगी, अपने प्रतिभाव प्लेनेट रोमियो पे मेरी आइडी हे lovebluegreen पर भेजिए।

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