पड़ोसी से गांड मरवाने की हिंदी समलैंगिक कहानी

पड़ोसी से गांड मरवाने की हिंदी समलैंगिक कहानी

हिंदी समलैंगिक कहानी: मई का महिना ख़त्म होते होते गर्मी अपने चरम मैं पोहोच गई थी। भोपाल की गर्मी 48 पार कर ज़ुलसा देनी वाली हवा चालू हो गई। मैं अपने इंजिनयरिंग के लास्ट ईयर मैं था। छुट्टी लग गई थी मुझे और दिनभर बस एक ही काम मोबइल गेम फेसबुक और सोना, 22 साल की उम्र मैं यही साथी रहता।

मेरा घर के सामने एक घर था जो सालो से खाली था, उनके जो मालक थे वो देहराधुन रहते थे। 22 मई की सुबह 7 बजे मैं उठा, सुबह जल्दी उठ मैं घूमने निकलता हु। उसदिन भी उठा दरवाजा खोला तो सामने एक ट्रक खड़ा था, कुछ लोग सामान उतार रहे थें।

मैं वो देख सीधा निकल गया, और रास्ते मे सोच रहा था कि वो आ गए होंगे नही तो किराय से कोइ रहने आया होंगा। मैं घूम के वापस आ गया। समान उतरना चालू था, मैं गेट को बंद करने वाला था तभी एक लड़का सफेद बनियान पहने पसिने से लटपट होंके बाहर निकला, उसका गोरा बदन, बनियान पसीने से चिपक गई थी, उसके निप्पल्स उभार कर दिख रहे थे, डायमंड शेप फेस उसका, मैं देखते ही रह गया उसे, और गेट को हाथ मे पकड़ा उसको देखते रहा।

वो मेरी तरफ देख हाथ दिखाया, मैं उसको देखता रहा, मेरा दिमाग़ थोड़ा रुक गया। उसको reply दिया नही तो उसको क्या लगा वो उठाके समान अंदर गया। मैं अपने दिमाग को जगह पर लाकर खड़ा था। कि अब ये जब आएगा तब बात कर लूँगा।

5 मीनट हो गए वो आया नही, 10 मिनट हो गए, गरमी चढने लगी तभी वो बाहर आता pasina पोछते।
मैं झट से बोला “आप यहा रहने आये?” वो मेरे सामने आ गया पसीना पोचकर, उसकी ब्राउन आईज । शॉर्ट्स मैं उसका उभरा हुआ लंड दिख रहा रहा था।

मैं उसके शोर्ट्स को देख अंदाज लगाने लगा कि कितना बड़ा होंगा। वो मुझे देख बोलता ” हा किराय से रहने आया हु,” मैं अपने दिमाग के घोङे दौड़ाने लगा,।
वो बोला ” पानी पिलाओ” मैं कुछ अजीबोगरीब सुन बेठा और बोला ” हा पिलाओ”

वो मुझे देख bola “तुम लाओ अंदर से” Vo pine ka पानी बोल रहा था। मैं कुछ और समझ बेठा, मैं उसको अंदर से एक बोटल पानी की लाके दिया। वो अपना काम करने लगा। मैं भी फ्रेश होने घर चला गया। पर मेरे दिमाग मैं उसके साथ सोने के लिए आईडिया आने लगे।

मेरे रुम के अलमारी मैं सेक्स की टैबलेट रखी थी, कॉन्डम और lox जेली को अपने जेब रख दिया। किचन मैं गया, मिक्सर मे आम और एक सेक्स की टेबलेट वियाग्रा को शुगर के साथ पीस दिया। और जूस को बोटल मैं भर उसके घर गया। बेल बजाके खड़ा था, वो आया मुझे देख बोलता “आओ”

वो अपना सामान लगा रहा था, मैं उसे बोला ” लो ये ज्यूस पिलो, you फिल बेटर” वो मुझे देख बोलता , “अभी नाश्ता किया”
Me- कोई बात ज्यूस है ठंडा है
वो bottel उठाके पीने लगा, मैंने भी अपने मोबइल मैं 10 मीन का अलार्म लगा दिया, 10 मीन टाइम लगता गोली का असर होने मैं।

He,- थैंक्स यार, तुम बेठो मैं नहाके आता।
Me मैं भी आउ साथ, कुछ हेल्प लगी तो।
He नहाने जा रहा क्या हेल्प लग सकती
Me कुछ घिसना है तो बताओ
मैन उसके शॉर्ट्स पर नज़र घुमाके बोला, “मैं डरता नही कोई काम से”

वो मेरी नजर को भांप गया, अंदर गया बाथरूम मैं।
नहाने लगा तभी 10 मीन हो गए और असर चालू हो गया था। मैं बाहर उसके बेड पर बैठ बाहर निकलने का इंतजार करने लगा, तभी वो सफेद टॉवल लपटे बाहर आया। उसका खड़ा लंड टॉवल से छुप नही रहा था।
मैं उसके टॉवल को देख bola,” काफी बड़ा है तुम्हारा, कुछ मालिश दु?”

वो मुझे देखता रहा, क्यों कि गोली का असर चढ़ाने लगा। मैने भी अपना शर्ट शॉर्ट्स निकाल कर रख दिया, और अपनी जॉकी को पहने। उसके पास गया, टॉवल को हटाके उसको फिर बाथरूम मैं ले गया, वो मजबुर था, उसका लन्ड उसके काबू मैं नही था। मैं भी टॉवल को साइड मैं निकल फेक दिया, उमीद से काफी बड़ा उसका सफेद लन्ड था, लंड पर उभरी नसे , उसका सूपड़ा इतना लाल हो गया था, पानी की एक बूंद उसके लंड पर आ गई थी।

मैं गुटनो पर बैठ उसको bola “तुम ज्यादा परेशान दिख रहे हो” वो बोलता “तूने पिलाया क्या?” मैं उसको देख बोला ” mango juice, तुम रिटर्न्स कर सकते हो, juice पीलाकर” और मैन उसके लन्ड को पकड़ दबाया, ज़ुबान से उसके लन्ड पर आया पानी चाट लिया।

वो सिहरन भरने लगा, में मुह से फुक मार उसके लन्ड को दबाया, और उसके सुपडे को पीछे करने लगा। वो तड़पने लगा और यही उसका वेलकम गिफ्ट था मेरा।
मैंने भी उसके लन्ड को पकड़ मुह मैं डाल लिया। उसके लन्ड के चलते मेरा मुह पूरा खुल गया था, वो धीरे धीरे रंग मैं आने लगा, उसने मेरे बालो मैं हाथ डाल घुसाने लगा मुह मैं।

मेरी सासे बंद होने लगी, वो भी अपना काबू खोने लगा था। मैं जैसे जैसे चूस रहा था वैसे वैसे उसका नमकीन पानी की बूंदे मेरे मुह मैं घुलने लगी। मैं खड़ा हो गया और उसे बेड पर लेके लेटा दिया, उसके जांघों पर हाथ घुमाके लन्ड को पकड़ा, बेड के निचे घुटनो पर मैं था, वो तड़प रहा था, वो बेक़रार था कि की उसके लन्ड को मैं चुसु।

अब मुझे खेलना था उसके साथ, तड़पाना था उसे, उसको ऐसी सजा देनी थी कि वो जब भी याद करे मुझे तडपे। मैं उसके लन्ड के सुपडे को पीछे किया, तन गया था पूरा, मैं उसके लन्ड को छेद को देखा, पूरा टाइट था, एक बूंद आइ थी वाहा, मैं अपनी छोटी उंगली को उसके सुपडे पर घूमने लगा, वो सहरने लगा, मैं भी धीरे धीरे अपनी स्पीड बढ़ाने लगा, चिप चिप pre cum बून्द उसे तड़पाने लगी।

रुक गया , धीरेसे उसके छेद मैं उंगली डालने लगा, उसने अपनी आँखे बंद करली , और सहराने लगा जैसे कोई प्यासा पानी के लिए तड़प रहा, जैसे जिस्मस जल रहा हो और पानी की बूंदे भी न मिल रही हो। उसकी तड़प मिझे और दीवाना कर रही थी, मैं धीरे धीरे उंगली के नाखून को घुसा रहा था, घुमा रहा था, मेरे नाखून को वो बूंदे महसूस होने लगी थी। 5 mm उंगली अंदर गई, और वो मेरा हाथ पकड़ निकाल दिया।

अब उसका पानी बोहोत निकलने लगा, उसे हेल्प करने के लिए लन्ड पकड़े ऊपर नीचे किया, jise ek thoda पानी उसका निकल गया, पानी को निकाल मैं चाटने लगा। मुझे पता था कि अब मुझे करना क्या है, में उसकी दोनो टांगे ऊपर कर उसके गांड के छेद को चाटने लगा, उसके बॉल्स को दबाके चुसके थूक रहा था।

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अभी बारी थी कॉन्डम लगा के उससे उठक बेठक कराने की। लन्ड को कॉन्डम पहना कर उसके ऊपर बेठ गया, वो सारिया घुसे जैसे लगा, और वो जोर जोर से मारने लगा, मैं चिलाने लगा धीरे धीरे, पर वो बदला लिए जैसे मारने लगा। उसने उठाके साइड मैं लेटा दिया, मेरी दोनो टांगे उठाके अपने लन्ड को मेरे गांड मैं घुसाने लगा, मैं भी उसके गर्दन को पकड उसके लिप्स को चुमने लगा, उसके लिप्स को अपने दांतों से चबाने लगा, एक हाथ उसके निप्पल की बटन को मसल रहा था।

मेरे बालो को पकड़ वो छुड़ाने चाह रहा था, हाथ को पकड़ उसने पीछे किया, और जोर जोर से जटके देना चालू किया, कबि उल्टा करता, कभी खड़ा करता था, धीरे धीरे मुझे भी थकान होने लगी पर वो परेशान था।
कॉन्डम फटने लगे और बदलते रहा मैं, अब मैं भी थान लिया कि उसका पानी निकालूंगा मैं, जम जम के हिलाने लगा मे, वो भी पानी निकलने के लिए तड़पने लगा।
मेहनत रंग लाई और पानी निकल गया।

The End

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