हिन्दी गे सेक्स स्टोरी – बेसमेंट गे सेक्स

बेसमेंट गे सेक्स

हेलो फ्रेंड्स, मेरा नाम दीपक है और में 29 यियर्ज़ ओल्ड का हूँ. में उप का हूँ लेकिन मुझे हाइडेराबॅड में नौकरी मिली इसीलिए में हाइडेराबॅड में रेलटिवेर्स के साथ रहता हूँ. मेरी पर्सनॅलिटी बहुत आक्ची है 5’11” हाइट और मस्क्युलर बॉडी है मेरी. में सावले रंग का हूँ और स्टब्ल मैंटीन करता हूँ मेरे कछती पर बहू से बॉल है. मेरे बॉल नेक तक लंबे है टाइट जीन्स और टाइट शर्ट पहेंटा हूँमें एक फॅक्टरी में सुपेरविसेर का काम करता हूँ. मेरी शादी हुई है और मैं अपनी पत्नी को मिस करता हूँ. फॅक्टरी से 5 केयेम डोर हमारा ऑफीस है जहाँ मुझे वीक्ली 2-3 बार रिपोर्ट्स देना पड़ता है. मेरी ब्लॅक पुल्सर बिके है ऑफीस नया बना था. में फॅक्टरी से 4 बजे निकल के ऑफीस जाता हूँ. ऑफीस में अभी बहुत कम लोग आता है पुराना ऑफीस अभी पूरा शिफ्ट नही हुआ ऑफीस में एक पार्किंग का बेसमेंट है जहाँ मैं अपनी बिके पार्क करता हूँ.
वहाँ अभी लाइट्स नही लगी है, बस तोड़ा ओपनिंग है सेलिंग पर जहाँ से थोड़ी बाहर की लाइट आती है. मैं हुमेशा बेसमेंट में तैरकर सिगरेट पीटा हूँ. मुझे ग्लव्स पहने ,सिगरेट पीते हुए मूठ मारना भौत अक्चा लगता. स्ट्रेस सारा निकल जाता है. मैं अपनी शर्ट उतारकर, टन की दुर्गंध आंड देव का स्मेल सूँगते सूँगते ग्लव्स में ही मूठ मरता हूँ. कुछ दीनो से मैने महसूस किया की कोई मुझे देख रहा है मूठ मरते हुए.
लेकिन जब मैं पोरा बेसमेंट कचान मरता तो कोई नही दिखता. एक दिन जून में हयद्राबाद मैं पहली बारिश हुई में फाकतरी से निकल चुका था और ऑफीस आते आते पुउरा भीग गया था. ऑफीस में कोई नही था तो में वापिस बेसमेंट में आया. में पोरा भीग गया था इसीलिए मैने अपनी शर्ट निकल दी अब मैं सिर्फ़ काले बनियान में था शूकर है की सिगरेट का पॅकेट गीला नही हुआ था. मैने सिगरेट जलाई पंत का ज़िप खोला अपना ताना हुआ लंड बाहर निकाला और धीरे धीरे हिलने लगा कुछ 5 मीं बाद किसिके चलने की आहत सुनाई दी में रुक गया मैने सिगरेट फेंकी और आजू बाजू देखने लगा पर कोई नही था सोचा की वहाँ होगा क्यूंकी बाहर जमके बारिश हो रही थी तो शायद कन्फ्यूज़ हो गया मैं फिर से चालू हुआ अब मेरा लंड टेन्षन के मारे और भी टन गया था और काफ़ी मोटा हो गया था इतने मे मैने सामने से किसिको आते हुए देखा मैने झट से लंड को पंत में डाल दिया. एक पतला सा लड़का आया और मुझे कासके गले लगाया मुझे कुछ समझ में नही आया फिर उसने मेरा ग्लव्स पहना हुआ हाथ अपने चेरे पे घूमने लगा और मेरी उंगलिया चाटने लगा. मेरा लंड ताना हुआ था उसने मेरी ज़िप पर किस करने लगा और सूंगे लगा फिर वो मेरी बगल भी सूँगने लगा मुझे सिगरेटे पीने का मान कर रहा था मैने लाइटर खोला लाइटर के थोड़ी सी रोशनी से मैने उस लड़के का चहेरा देखने की कोशिश के मुझे एक बड़ा शॉक लगा वो मेरे बॉस का लड़का था जो उ.स. से आया था अपनी पढ़ाई करके वो 20 साल का था गोरा चिकना.
वो मेरा लंड पॅंट के बाहर निकल कर चूसने लगा और बीचमे मेरी गोतिया भी पूरी अब अपनी मूह में लेके चूस्टा था बड़ा मज़ा आरा था क्यूंकी मैने कभी ओरल सेक्स नही किया था और मेरी वाइफ मेरे लंड को मूह मे लेने के लिए हिचकति थी मैने उसका सिर अपने हाथों से टाइट पकड़ा और तेज़ी से लंड को उसके मू में अंदर बाहर करने लगा वो ऊ अया करने लगा फिर उसने अपने सारे कपड़े निकल दिए मैने उसके के बदन को महसूस किया कोई बॉल नही थे बदन पे और माखन के जैसे मुलायम बदन था मैं उसको चूमने लगा सारे बदन पे और उसके टिट्स को चूसने लगा वो आवाज़े निकल रहा था मज़े लेते हुए अब मैं अपने लंड को ज़ोर से हिलने लगा तो उसने मुझे रोका वो पलटकर तोड़ा सा झुक गया और अपनी पंत और अंडरवेर निकल डी उसने मेरे लंड को पकड़ कर गंद में घुसने को कहा. मई हैरान हो गया मैने ऐसा पहले कभी नही किया था उसकी गांद के कछेद में मैने अपना लंड घुसने की कोशिश की..उसका कछेद बहुत ही क्चोटा था तो मई ज़ोर से उसकी छेड़ पर थूका थूक को अपनी लंड पर लगाया जिससे आसानी से लंड उसकी गांद में घुस गया अब मई ज़ोर लंड को उसकी गांद मैं अंदर बाहर करने लगा वॉक ज़ोर से चिल्लाने लगा तो मैने अपने हहात से उसको मूह को बंद किया वो उम्म उम्म करता रहा और अया आहा करके मज़े से उसकी चुदाई कर रहा था ऐसे 7-8 मीं बाद मुझे लगने लगा की अब मेरा स्पर्म बाहर आने को रेडी है मैने लंड को बाहर निकाला और हाट से मूठ मरने लगा उसने मेरा लंड फिर से मूह में लिया और जमके चूसने लगा मेरा वीरया थोड़ी ही देर मैं तेज़ी के साथ बाहर आया उस लड़के ने मेरा लंड पूरी तरह से चूसा और सारा वीरया खुशी खुशी पी गया.
अब मैं सातवे आसमान में था मैने सोचा की अब मेरी बारी है इस लौंदे को खुश करना की मैने उसे अपने हाथों से जमके पकड़ा और उसके लंड को दबाने लगा उसके गोटियों को भी दबा रहा था और वो चीख रहा था मैने ग्लव्स अभी पहने हुए ही थे एक हाथ से उसका लंड ज़ोर ज़ोर से हिला रहा था और एक हाथ से उसके मूह बंद कर दिया था उतने में उसके साअरा वीरया मेरी ग्लव आ गया तो मैने ग्लव्स तो उसके चेहरे पे पोंछ दिया उसने मुझे गले लगाया अपने सारे कपड़े लिए और पार्किंग की दूसरे और भाग गया वहाँ मैने देखा की एक कार खड़ी हुई थी जिसमे वो बैठ गया, कपड़े पहने और गाड़ी स्टार्ट करके भाग गया. कुछ दिन बाद वो एक दो बार ऑफीस में दिखा लेकिन मुझे अंजाने आदमी की तरह देखता लेकिन मई मज़े में था क्यूंकी मैने पहली बार एक चिकने लौने की चुदाई की.

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