Hindi Gay sex story – थ्रीसम गे सेक्स अड्वेंचर

थ्रीसम गे सेक्स अड्वेंचर

ये घटना 2 साल पहेले हुई थी,जब मेरी उमर 21 साल थी.मे पहेले अपने बारे में बता दूं,मेरी लंबाई 5’11 है,और में काफ़ी हॅंडसम,टल्ल और आकर्षक दिखता हूँ.कॉलेज में मेरी कई लरकियो के साथ अफेर्स थे.

मेने कभी गे सेक्स नही किया था.पर मूज़े गे लोगो से या गे सेक्स से कोई प्राब्लम नही था, में सोचता था ये उनकी पसंद है…पर आज वो मेरी भी पसंद बन गया है!! 2 साल पहेले मूज़े जोब के लिए आमेदबाद रहेना परा,मेरी जोब ठीक ठाक थी..कभी नाइट शिफ्ट रहेती तो कभी डे शिफ्ट! में पेयिंग गेस्ट की तरह रहेने लगा, मेरे कमरे में और दो लड़के थे,इनमे से एक का नाम था समीर (उमर 20 साल) और दूसरे का नाम था विशाल (उमर 22 साल और स्मार्ट)

दोनो आछे इंसान है.वो भी मल्टी नॅशनल कंपनी में ही जोब करते थे मेरी उनसे 2-3 दीनो में ही अक्च्ची दोस्ती हो गयी 10 15 दिन तो अएसे ही निकल गये. पर मूज़े उनकी सेक्स की पसंद के बारे में पता नही था.पर एक दिन फ्राइडे को मूज़े इसके बारे में पता चल गया.मेरी शिफ्ट चेंज हुई और अगले हफ्ते के लिये डे शिफ्ट थी,में घर पे वापस आ गया,मेरे पास चाबी थी तो मेने डोर ओपन कर दिया,और जो देखा वो देखते रहे गया. समीर विशाल का लंड चूस रहा था और वो दोनो भी एकदम से घबराह गये,मेने ‘एक्सक्यूस मी’ कह कर मेरा मूह फेर लिया,

और मेने अपने आप को संभालते हुए बोला ‘मूज़े कोई प्राब्लम नही है, और में किसी को कुछ नही बतौँगा,में अभी बाहर जा रहा हू,बाद में मिस कॉल कर देना.’ और में कमरे से बाहर निकल गया,मेने पहेली बार गे सेक्स देखा,कुछ अजीब लगा,मेरा लंड पूरा टन गया था. अभी 5 मिनिट ही हुई थी की मिस कॉल की जगह विशाल ने कॉल किया, बोला ‘वापस आना,तुझसे बात करनी है,प्लीज़….’ में वापस चला आया,तब तक उन दोनोने कपड़े पहेन लिए थे और काफ़ी चिंता में थे, समीर तो हाथ मसल रहा था.

में कमरे मे आते ही कुछ नही बोला,अपने बिस्तर के पास जा कर सोने की तैयारी करने लगा.
विशाल बोला ‘हे अनुज किसी को बताएगा तो नही ना?’ मेने कहा ‘नही यार,हम दोस्त है,मुझे तुम दोनो के गे होने पे कोई प्राब्लम नही है.ज़्यादा सोच मत.’ समीर बोला ‘ यार प्लीज़,किसी को पता चलेगा तो हमारा क्या होगा? मेने कहा ‘आबे मेने बोलना!

पर रात भर में सो नही पाया,अब मूज़े गे सेक्स करना था,मुझसे रहा नही जा रहता..पर बोलूं केसे! जो दर समीर और विशाल को है, वो मूज़े भी था..! पर मेने प्लान बनाया. दूसरे दिन मेरी छुट्टी थी पर में कहे बिना शाम को निकल गया,मूज़े यकीन था वो दोनो ज़रूर करंगे..1 घंटे बाद में फिर से अचानक से कमरे में आ गया,जेसे मेने सोचा था,वो वही कर रहे थे…विशाल तो संभाल गेया पर समीर आज भी दर गया, कल के बार बार मूज़े किसी को ना बताने के लिए कहेता था…पर जेसेही मेने प्लान बनाया था :

इस बार में बोला ‘सोचूँगा..!’
समीर बोला ‘पर कल तक तो……’
विशाल बोला ‘यार ये केसी बात है,आज क्या हो गया तुझे..!’
मेने कहा ‘ मेरी एक शर्त है..!
विशाल ने पूछा ‘क्या.!’

मेने कहा ‘ देखो मूज़े भी ये ट्राइ करना है…!!!’

दोनो ने शांति से सांस ली और बोले ‘तो ये बात है..’
विशाल बोला ‘ठीक है पर तुझे क्या पसंद है?’
मेने कहा ‘तुम दोनो को मेरा लंड चूसना होगा…….!’
विशाल ने पूछा ‘ और..?’

मेने कहा मूज़े कोई एक्सपीरियेन्स नही और पता नही की किसमे मूज़े ज़्यादा इंटेरेस्ट है..!

तब विशाल बोला ‘ठीक है हम सिक्का उछलते है,अगर हेड आया तो तू टॉप और टेल आया तो तू बॉटम बनेगा’ मेने कहा ‘ जो भी बोले तुम दोनो को मेरा लंड चूसना  पड़ेगा,मंजूर है..?
दोनो एक दूसरे के तरफ देखा और बोले ‘हा क्यू नही…हमे ये ही तो पसंद है.’

समीर ने दरवाजा अंदर से बँध कर दिया,और विशाल मेरे नज़दीक आया,और हल्का सा किस किया..फिर उसने सिक्का उछाला . टेल आया…सच काहु तो मूज़े ये नही पता था की बॉटम का मतल्ब गार मरवाना है, इस लिए मन में सोचा,जो भी हो ट्राइ तो करते है…नही पसंद आया तो कहना किसी ने मजबूर किया है!!? पहेले उसने अपनी टी शर्ट उतारी,और समीर ने भी,विशाल ने मेरी टी शर्ट निकाली..अब विशाल और समीर ने बरी बरी किस कर रहा था.

क्या मज़ा आ रहा था…! विशाल की बॉडी काफ़ी मस्क्युलर है,और समीर की इकडम वाइट और पतली कमर..मेरी बोडी भी वाइट और क्लीन शेव है…और वेल शेप में है! में विशाल के निपल चूस रहा था और कभी समीर के…वो दोनो भी बारी बारी किस कर रहे थे,समीर ने मेरी पॅंट उतारा और उसकी भी,साथ में विशाल ने भी उसकी पंत उतार दी…मेने पहेली बार अंडरवेर के अंदर विशाल का ताना हुआ और काफ़ी मोटा बड़ा लंड देखा मुजेसे काफ़ी बड़ा था

मेरा 7’ का है,जब की विशाल का 9” के आस पास का था और सबसे बड़ी बात थी काफ़ी मोटा था, समीर का लंड छोटा था 6′. समीर ने मेरी अंडरवेर में से मेरा लंड को निकाला.काफ़ी ताना हुआ और लाल हो गया था. फिर विशाल ने उसका लंड मेरे हाथो में थमाया…पहेले में तोड़ा रुक गया..विशाल बोला ‘हम भी कम नही,देख तो ले, मज़ा आ जाएगा ‘.. इतने में समीर ने कहा ‘ मुझे आज नया लंड मिला है..’ और समीर ने मेरा लंड मूह मे ले कर चूसना शुरू कर दिया…!

बता नही सकता कितना सुकून मिल रहा था,लड़कियो से भी अच्छा वो चूस रहा था, विशाल मेरे निपल्स चूस ने लगा….. में भी विशाल का बड़ा लंड निकल कर हाथ मरने लगा…बीच बीच में विशाल को किस करता था..उसके निपल चूस्ता था…नशा सा छा गया!! अलग ही दुनिया में चला गया! बाद मे विशाल और समीर भी बारी बारी चूस ने लगा…में ज़ोर ज़ोर से धक्के दे रहा था…लगभग 30 मिनिट तक चूसा.

ओ…समीर & विशाल यू आर बेस्ट सकर इन दा वर्ल्ड…! बता नही सकता क्या मज़ा आ रहा था…फिर वो बिस्तर पर लेट गया,और बोला ‘ चार मेरी जान मेरे उपर आ जा…..मेरा लंड चूस..’ में तोड़ा हिचक रहा था,फिर से बोला ‘ शरमा मत , चूस ना शुरू कर…देख तुज़से बड़ा लंड टेस्टी भी होता है…’ मेने उसका लंड मेरे मूह मे लिया…और चूसना शुरू तो किया,पर उसका लंड बहोत बड़ा था..समीर पीछे से मेरा मूह और ज़ोर से दबाने लगा और मेरा लंड चूस ने लगा,मेरी गार को भी चाटना लगा.

पर सच कहेता हू…विशाल का पूरा लंड मेरे मूह मे नही जा सकता..मेरी तो आँखों मे से पानी निकल आया..पर दोनो छोड़ नही रहे था…लगा बड़ा सा डंडा मूह में गुसा दिया हो….वो काफ़ी मोटा और मज़ेदार भी था!! उधर समीर मेरी गार मे कभी अपने मूह से तो कभी अपनी उंगली डालता था..आ…!! मेरा मूह तो पहेले से विशाल के लंड से भरा हुवा था…आ…!! उसका लंड लाल रंग का हो गया था….!! मज़ा आ रहा था..! लगभग 20-25 मिनिट तक ऐसे किया.

वो तो उतना ही नही चाहता था,पर मेरा मूह तक गया था…आख़िर कर कितना बड़ा था उसका लंड!!इधर समीर ने भी मेरा लंड नरम नही होने दिया….पर मेरी गार को पूरी तराहा से चार्ज कर दिया था…मेने विशाल से कहा ‘अब बस यार…देखा मेरा मूह सूज गया हे…! मेरा लंड भी टन गया है…’ विशाल बोला ‘चूतिया शर्त याद नही,अगर टेल आया तो टुजे बॉटम बनाना होगा,अभी तेरी कुँवारा गार बाकी है …!’

मेने कहा ‘ नही यार,इतना बड़ा में मूह में नही ले पा रहा था तो मेरी गँर तो फॅट जाएगा..’ विशाल बोला ‘लंड देख कर डर गया,अरे कुछ नही होगा,गार मूह से बड़ी होती है..और में पूरा नही डालूँगा,ठीक है..!!?’ मेने कहा ‘यार पता नही..!’ अब उसने मुझे दो पैरो पे उल्टा कर दिया, और धीरे से उसके लंड को मेरी गार मे पटक रहा था, और अचानक से उसने उसका बड़ा लंड मेरी गार में एक ही फोर्स मे घुसा दिया…!! ओह……

में मार गेया..! मेने कहा ‘मदर चोद लंड निकल…अहह’ विशाल ने बोला ‘ भोसड़ी इसे बॉटम काहेते है…’ मे अपने को छुड़ा भी नही पाया,इतना दर्द हो रहा था…और कुछ भी लगाए बिना वो ज़ोर ज़ोर से धक्के देने लगा…ओह….आह….मेरी चीखे निकालने लगी, इस लिए समीर ने अपना लंड मेरी मूह मे डल दिया…!! लगभग 10 मिनिट तक वो मेरी गार मारता रहा…अब सीधा करके मेरे मूह को चूसने लगा,मानो जेसे मूज़े माना रहा हो…! आह…उम..!

पर दोस्तो सच बतौ तो अब मेरी फटी हुई गार और ज़्यादा चुड़वाना चाहती थी..दर्द होने के बावज़ूद भी!! फिर विशाल और समीर ने फिर से मेरा लंड चूस ने लगा,और मेरा लंड टन गया. अब संमेर ने कहा ‘अब मेरी प्यास बुझा मेरे नेई राजा!!’ मेने उसकी गार को मसला,चूसा और दे मारा…!! आह..ये मज़े भी कम नही था,एकदम चिकनी गार और पतली कम्र में मेरा लंड किसी बड़े से रोड की तरह घुस गया…उसकी भी चीख निकल गयी..आ….पर मज़ा आ गया…!!

मे समीर के उपर लेटा हुहा था,अब विशाल फिर से मेरे पीछे चॅड गया..और किस करने के बाद,उसका लंड फिर से डाल दिया,इस बार मेने उसे नही रोका!!! ज़ोर से गार मे लगा..जैसे गरम गरम लोहा घुसा दिया हो…!! पर मे अब मज़े लेने लगा,जेसे मेरी गार माँग रही हो..आह..अब छोड़ मूज़े..!! और ज़ोर से.!! फाड़ दो मेरी गार! .मे भी समीर को ज़ोर ज़ोर से धक्के देने लगा, और विशाल मुझे…में जन्नत मैं था..आ!

कुछ देर बाद हम सबकी छूटने लगी..समीर हम सबका माल लेने को तैयार था…मेने और विशाल ने उसके मूह मे दल दिया….आ हम एकदुसरे को चिपक कर सो गये,जेसे पूरी तरह से टूट के एक दूसरे की बाहों में समा गये हो…!! केसा लगा मेरा ये पहेला एक्सपीरियेन्स…?

लेखक – देबजानी

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